Menu
blogid : 2899 postid : 816433

एक घर हो मेरा

Harish Bhatt
Harish Bhatt
  • 329 Posts
  • 1555 Comments

घर से निकला था मैं
यह सोचकर कि
एक घर हो मेरा भी.
बस यही सोच
मुझे करती रही अपनो से दूर
अब उम्र के इस पड़ाव पर
सोच रहा हूं
ईंट-गारे की दीवारों को
घर कहते है या
नाते-रिश्तों से मिले प्यार को

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh